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Toggle“एशिया की प्रमुख नदियां एवं उनकी विशेषताएं” विश्व भूगोल नोट्स इन हिन्दी (World Geography Notes in Hindi) – यह विषय यूपीएससी (UPSC), किसी भी स्टेट पीसीएस (State PCS), एस एस सी (SSC) तथा अन्य सभी प्रतियोगी परीक्षाओं (Competitive Exams) की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
एशिया की प्रमुख नदियों की सूची व मानचित्र
- यूफ्रेटस नदी
- टाइग्रिस नदी
- हेलमंद नदी
- सिर दरिया नदी
- अमु दरिया नदी
- ओब नदी
- येसिसे नदी
- लीना नदी
- आमूर नदी
- हुवांगही (हुवांग हे) नदी
- यांग्त्सी नदी
- सि-कियांग नदी
- लाल (रेड) नदी
- चाओ फ्राया नदी
- मेकांग नदी
- साल्वीन नदी
- इरावदी नदी
- बह्मपुत्र नदी
- गंगा नदी
- जॉर्डन नदी
- सिंधु नदी
एशिया के प्रमुख नदियों के मानचित्र
एशिया के प्रमुख नदियों की विशेषताएं
यूफ्रेटस नदी
- इस नदी का उद्गम टॉरस पर्वत से होता है।
- इसका संगम फारस की खाड़ी में होता है।
- यूफ़ेट्स नदी मेसोपोटामिया के मैदान का निर्माण है।
- इसे प्राचीन काल में फरात नदी के नाम से जाना जाता था ।
- यह पश्चिमी एशिया की सबसे लंबी नदी है।
टाइसिस नदी
- इस नदी का उद्गम टॉरस पर्वत से होता है।
- इसका संगम फारस की खाड़ी में होता है।
- यह नदी मेसोपोटामिया के मैदान का निर्माण करती है।
- इसे प्राचीन काल में दजला नदी के नाम से जाना जाता था।
- इस नदी के किनारे ईराक का बगदाद शहर स्थित है।
हेलमंद नदी
- यह नदी हिंदुकुश पर्वत से निकलती है।
- इसका संगम हामून पू झील में होता है।
- यह नदी अफगानिस्तान की सबसे लम्बी नदी है।
- इसकी घाटी में अफीम की खेती की जाती है।
सिर दरिया
- सिर दरिया नदी का उद्गम पामीर नाँट क्षेत्र से होता है।
- इसका संगम अरल सागर में होता है।
अमु दरिया नदी
- उसका उद्गम पामीर नॉट से होता है।
- इसका संगम अरल सागर में होता है।
ओब नदी
- इसका उद्गम अलताई पर्वत होता है।
- इसका संगम ओब की खाड़ी, कारा सागर में होता है।
- यह नदी नदमुख (मुहाना) का निर्माण करती है।
- इसकी सहायक नदी इरतीश नदी है।
येनिसे नदी
- इस नदी का उद्गम सयान पर्वत से होता है।
- येनिसे नदी का संगम येनिसे की खाड़ी में होता है।
- यह नदमुख (मुहाना) का निर्माण करती है।
- सहायक नदी – अंगारा और तुंगस्का नदी।
- इस नदी के घाटियों में तेल के भण्डार पाये जाते हैं।
लीना नदी
- लीना नदी की उत्पत्ति बैंकाल पर्वत से होती है।
- इस नदी का संगम लेप्टेव सागर में होता है।
- यह डेल्टा का निर्माण करती है।
- यह नदी रूस की सबसे लम्बी नदी है।
आमूर नदी
- इस नदी का उद्गम रूस और चीन के सीमा क्षेत्र से होता है।
- इसका संगम टार्टरी की खाड़ी में होता है।
- यह नदी रूस और चीन की समुद्र तट सीमा’ का निर्माण करती है।
- इस नदी को ब्लैक ड्रैगन नदी के नाम से जाना जाता है।
हुवांगही (हुवांग हे नदी)
- इसका उद्गम किंघाई जंक्शन से होता है।
- इस नदी का संगम हुवांग हे की खाड़ी में होता है।
- यह नदी एशिया की दूसरी सबसे लंबी नदी है।
- यह नदी विश्व में सबसे अधिक अवसाद लाती है।
- अवसाद के कारण बढ़ की समस्या उत्पन्न होती है। इसी कारण से इसे चीन का शोक कहा जाता है।
- पीले रंग के अवसाद के कारण यह पीली दिखाई देती है, जिससे इसे येलो रीवर (पीली नदी) कहा जाता है।
यांग्त्सी नदी
- यांग्त्सी नदी का उद्गम तिब्बत के पठार से होता है।
- इसका संगम पूर्वी चीन सागर में होता है।
- यह नदी एशिया की सबसे लम्बी नदी है।
- यह विश्व की तीसरी सबसे लम्बी नदी है।
- इस नदी की घाटियों में लौह अयस्क और तेल के भण्डार पाये जाते हैं।
- विश्व की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना थ्री गॉर्जेस डैम (बाँध) इसी नदी पर स्थित है।
- *इस नदी के किनारे चीन के दो बड़े शहर शंघाई और वुहान स्थित है।
सिकियांग नदी
- इसका उद्गम तिब्वत के पठार से होता है।
- इस नदी का संगम दक्षिण चीन सागर में होता है।
- सिकियांग नदी की घाटी में चावल की खेती की जाती है।
- यह नदी जब दक्षिण चीन सागर में गिरती है, तब यह कई धाराओं में गिरती है इसलिए इसे पर्ल नदी भी कहा जाता है।
चाओ फ्राया नदी
- थाईलैण्ड की एक प्रमुख नदी है जिसके इर्द-गिर्द थाईलैण्ड के मध्यवर्ती मैदान विस्तृत है।
- यह थाईलैण्ड की खाड़ी में गिरती है।
- इस नदी के किनारे थाईलैण्ड की राजधानी बैंकॉक स्थित है।
मेकांग नदी
- इसका उद्गम तिब्बत पठार से होता है।
- इस नदी का संगम दक्षिण चीन सागर में होता है।
- मेकांग नदी दक्षिण-पूर्वी एशिया की सबसे बड़ी नदी है।
- इस नदी की घाटी में गोल्डनेम त्रिकोण पाया जाता है।
- गोल्डनेम त्रिकोण म्यांमार, लाओस, थाईलैण्ड के सीमा क्षेत्र में स्थित है।
- गोल्डनम त्रिकोण में अफीम की खेती (अफीम उत्पादन और तस्करी) की जाती है।
- इस नदी के किनारे कंबोडिया की राजधानी नामपेन्ह (Phnom Penh) स्थित है।
- इस नदी के तट पर लाओस की राजधानी वियनतियाने (Vientiane) स्थित है।
साल्विन नदी
- इसका उद्गम तिब्बत के पठार से होता है।
- इस नदी का संगम मर्तबान की खाड़ी में होता है।
- यह नदी म्यांमार और किशोर (थाइलैण्ड) के समुद्र तट का निर्माण करती है।
- यह नदी शान के पठार पर बहती है।
इरावदी नदी
- इस का उद्गम हिमालय से आने वाली विभिन्न धाराओं के अभिसरण से उत्पन्न हुआ है।
- इस नदी का संगम अण्डमान सागर में होता है।
- यह म्यांमार की सबसे लम्बी नदी है।
- इस नदी के किनारे म्यांमार का यांगून या रंगून नामक शहर स्थित है।
सूरमा नदी
- यह नदी बांग्लादेश की प्रमुख नदी है।
- यह मणिपुर कीउत्तरी पर्वतमाला से निकलती है।
- सूरमा नदी अन्य धाराओं के साथ मिलकर मेघना नदी का निर्माण करती है
- तिपाई परियोजना भारत और बांग्लादेश द्वारा संयुक्त रुप से चलायी जा रही है।
- यह नदी बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है।
बह्मपुत्र नदी
- इस नदी का उद्गम हिमालय के उत्तर में’ तिब्बत के पुरंग जिले में स्थित मानसरोवर झील के निकट होता है।
- इसका संगम बंगाल की खाड़ी में होता है।
- यह सिंचाई से ज्यादा अंतर्स्थलीय नौ-संचालन के लिए महत्वपूर्ण है।
- यह भारत की सबसे लम्बी नदियों में एक है।
गंगा नदी
- गंगा नदी की प्रधान शाखा भागीरथी है, जो गढवाल में हिमालय के गौमुख नामक स्थान पर गंगोत्री हिमनद (ग्लेशियर) से निकलती है।
- पहले तो इसका संगम इलाहाबाद में होता है जहां गंगा और यमुना दोनों नदी मिलती है।
- यह नदी बंगाल की खाड़ी में गिरती है।
- गंगा नदी भारत की सबसे लम्बी नदी है।
- यह विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा सुंदरवन डेल्टा का निर्माण करती है।
- इसमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो बैक्टीरियोफेज नामक विषाणु होते है, जिससे वह हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट कर देते हैं।
सिन्धु नदी
- सिन्धु नदी का उद्गम चीन के तिब्बत से मानसरोवर झील के निकट से होती है।
- यह नदी तिब्बत चीन से निकलकर भारत और पकिस्तान से बहकर सीधा अरब सागर में मिल जाती है।
- झेलम, चेनाब, रावी, व्यास तथा सतलज इसकी मुख्य सहायक नदियां हैं।
- सिन्धु नदी तंत्र के किनारे हड़प्पा सभ्यता का विकास हुआ था, इसलिए इसे सिन्धु घाटी सभ्यता भी कहा जाता है।
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