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(अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक कोष)
IMF (International Monetary Fund – अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक कोष) संयुक्त राष्ट्र (United Nation) की वित्तीय एजेंसी है एवं एक अन्तराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान (International Financial Institution) है। इसका मुख्यालय (Headquarter) Washingto D.C. है।
1930 के ग्रेट डिप्रेशन के बाद, आर्थिक स्थिरता को बनाये रखने के उद्देश्य से 1944 में ब्रिटेन-वुड् (Bretton-wood) सम्मेलन में IMF (International Monetary Fund – अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक कोष) की स्थापना की गई। परंतु पूर्ण रूप से इसे 27 दिसंबर 1945 शुरू किया। भारत इसका 1945 से संस्थापक सदस्य रहा है। वर्तमान में, इसके 190 सदस्य देश है। 189 वां देश दक्षिण सूडान बना था और आखिरी देश एंडोरा (190 वां) है। वर्तमान में इसके कुल कर्मचारी 150 देशों से हैं।
इसका उद्देश्य वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करना, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को सुविधाजनक बनाना, वैश्विक मौद्रिक सहयोग को बढ़ावा देना, गरीबी उन्मूलन, रोजगार एवं सतत विकास को बढ़ावा देना है।
आईएमएफ (IMF) की मुद्रा SDR (Special Drawing rights- विशेष आहरण अधिकार) है। वास्तव में यह कोई करेंसी नहीं है, परन्तु यह पांच मुद्राओ की टोकड़ी (basket) पर आधारित है।
SDR (Special Drawing Rights - विशेष आहरण अधिकार) क्या है?
- यह आईएमएफ (IMF) की मुद्रा है।
- यह आईएमएफ (IMF) के कोशों को मापने की इकाई है।
- इसे कृत्रिम मुद्रा भी कहते हैं।
- इस पेपर गोल्ड भी कहा जाता है।
- सभी सदस्य देश अपने कोटा के मुताबिक आईएमएफ में मुद्रा को जमा करते हैं।
IMF के Basket में निम्नलिखित करेंसी शामिल हैं
- US Dollar
- UK Pound
- European Euro
- Japanese Yen
- Chinese Yuan (Renminbi)
IMF में सदस्य देशों का कोटा निम्नलिखित आधारों पर तय होता है -
- जीडीपी (GDP) – 50%
- खुलापन (Openess) – 30%
- आर्थिक परिवर्तनशीलता (Economic Variability) – 15%
- अंतरराष्ट्रीय भंडार (International Reserve) 5%
वर्तमान में भारत का IMF (International Monetary Fund) में कोटा 2.76% का है एवं भारत का मताधिकार 2.64% है।
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